मौसमी खांसी से बचाएंगे ये घरेलू नुस्खे
मौसम करवट ले रहा है और इसके साथ ही हर घर में सर्दी जुकाम के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। खासकर खांसी की समस्या आम हो रही है। बरसात की समाप्ति और सर्दी के आगमन पर खांसी का प्रकोप तेज गति से बढ़ता है। घर में किसी एक व्यक्ति को भी ये बीमारी होने पर अन्य सदस्यों को भी यह अपनी चपेट में ले लेती है। शुरुआत में नजरंदाज करने के कारण यह लंबे समय तक परेशान करती है।
इसके कारण छाती में कफ जमा होने लगता है जिससे श्वास नली अवरुद्ध होने लगती है और इसके कारण सांस लेने में परेशानी होती है। इस स्थिति में खांसी और जोर से होती है और तब गला भी सूज जाता है। खांसी सबसे अधिक रात में परेशान करती है और मरीज रात भर सो नहीं पाता।
कारण
- अत्यधिक ठंडी चीजों का सेवन करना
- ठंडे गरम वातावरण में रहना
- तेज धूप से आकर ठंडा पानी पीना
- एलर्जी
- खांसी के किसी मरीज के संपर्क में आने से
- धूल-धुआं या घुटन के वातावरण में रहने से
- अचानक ठंड की चपेट में आने से
घरेलू उपचार
- मौसमी खांसी के लिए अदरक का नस निकाल कर उसमें सम मात्रा में शहद मिलाकर सीरप बना लें और दिन में तीन बार एक-एक चम्मच सेवन करें। रोगी को साथ में भाप भी देते रहें। दोनों उपाय मिलकर चमत्कारिक असर दिखाते हैं।
- गरम पानी में नमक मिलाकर गरारे करें। इससे गले के संक्रमण में लाभ मिलेगा। दिन में 2 से तीन बार भाप लेना हितकर होता है।
- मुलहठी का चूर्ण दो कप पानी में उबालें और उसमें चुटकी भर नमक मिलाकर सुबह शाम पिएं। इससे फेफड़े में जमा हुआ बलगम निकलकर बाहर आएगा। ज्यादा गला खराब होने पर मुलहठी का टुकड़ा मुंह में रखकर चूसें।
- अदरक रस और शहद में चुटकी भर काला नमक मिलाकर सुबह, दोपहर और रात को भोजन के आधा घंटा बाद लगातार सप्ताह भर लेने से लाभ मिलेगा।
- यदि गर्भवती स्त्री खांसी से पीड़ित है तो आधा कप दूध में आधा कप पानी और 3 ग्राम बड़ी इलाइची का चूर्ण डालकर उबालें। जब आधा बच जाए तो उतार लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह शाम सेवन कराएं।
- रात को सोते समय भुनी हल्दी की गांठ दाढ़ के नीचे दबा लें और धीरे-धीरे चूसें। इससे खांसी में आराम मिलेगा।
- लवंगादि वटी की 2-2 गोलियां दिन में तीन बार चूसने को दें।
- सीतोत्पलादि चूर्ण नामक दवाई आयुर्वेद में खांसी की श्रेष्ठ औषधि है। इसे आधा-आधा चम्मच शहद के साथ सुबह-शाम किसी भी उम्र वाले को दिया जा सकता है। बच्चों को बड़ों से आधी मात्रा दें।
- तुलसी के रस में शहद मिलाकर सुबह शाम चाटें।
- रात में सोने से पहले एक चम्मच हल्दी पाउडर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।
(प्रेमपाल शर्मा की किताब घर का डॉक्टर से साभार)
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